गुरुदेव
किसान चाहे कितनी भी खेती करे , खाद डाले , बिज बोए पानी देवे , परन्तु सूर्य का प्रकाश नही मिलता तब तक सब व्यर्थ है । इसी प्रकार मनुष्य चाहे कितना भी जप तप करे , यम् नियमो का पालन करे परन्तु जब तक सचे सतगुरु रूपी सूर्य का आत्मप्रकाश नही मिलता तब तक सब व्यर्थ हें साधक तू भी उसी आत्म प्रकाश में गोते लगा और साकार करले अपने मनुष्य तन को .हरी ॐ
Friday, November 6, 2009
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