Wednesday, January 27, 2010

फकीरी मौत ही असली जीवन है। फकीरी मौत अर्थात् अपने अहं की मृत्यु। अपने जीवभाव की मृत्यु। 'मैं देह हूँ.... मैं जीव हूँ....' इस परिच्छिन्न भाव की मृत्यु।

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