भगवान् हमें गोद में लेने के लिये तैयार खड़े हैं,केवल हमें थोड़ा-सा ऊँचा हाथ करना है अथार्त् भगवान् के सम्मुख होना है।हमें भगवान् की कृपा की तरफ देखना है और ’हे मेरे नाथ! हे मेरे नाथ!!’ कहकर भगवान् को पुकारना है।पुकारनेमात्र से भगवान कल्याण कर देते हैं।
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