Thursday, April 29, 2010

जबतक तुम्हारा हृदय मलिन है, जबतक तुम लुक-छिपकर पाप करते हो, तबतक मानसिक अशान्ति, संताप और नरक-दुःख से कदापि नहीं बच सकते।

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